- May 30, 2023
- by Pratima Maurya
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- Cuisine: South Indian
- Difficulty: Hard
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Prep Time14 hour
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Cook Time15 mins
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Serving4
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View2,990
राइस इडली रेसिपी चावल और दाल के बैटर से बना नरम, स्टीम किया हुआ नमकीन केक है। इडली हर दक्षिण भारतीय घर में बनाया जाने वाला एक पारंपरिक नाश्ता है। इडली सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि भारत के बाहर भी लोकप्रिय है। यह एक शाकाहारी, ग्लूटिन रहित रेसिपी है सांभर और नारियल की चटनी के साथ परोसी जाती है और हेअल्थी नाश्ते के विकल्पों में से एक है।
इडली बनाने के लिए दाल और चावल को पहले भिगोया जाता है और बाद में अलग-अलग पीसा जाता है। दोनों बैटरों को एक साथ मिलाया जाता है और फरमेंट होने के लिए रख दिया जाता है . बाद में नमक मिलकर बैटर को पारंपरिक रूप से इडली बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले बर्तन में स्टीम किया जाता है।
इडली बनाने के दो पारम्परिक तरीके हैं जिनसे आप सामग्री को भिगोने, उन्हें पीसकर बैटर बनाने और फरमेंट करने की पारंपरिक विधि से इडली बना सकते हैं।आप बेसिक बैटर के साथ डिफरेंट टाइप की इडली बना सकते है लेकिन एक बेसिक, इडली सिंपल फरमेंटेड बैटर चावल या इडली रवा और उड़द दाल के साथ ही बनाया जाता है।
इडली चावल के साथ: परंपरागत रूप से इडली चावल और उड़द दाल का उपयोग इडली बैटर बनाने के लिए किया जाता है। इडली राइस हल्का उबाला हुआ चावल है और विशेष रूप से इडली और डोसा बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
इडली रवा के साथ: दूसरा आसान तरीका है उड़द की दाल के साथ इडली रवा का उपयोग करना। इडली रवा मोटा पीसा हुआ इडली चावल है यह दुकानों और ऑनलाइन में आसानी से उपलब्ध होता है।
चावल और दाल भिगोना: साधारण पारंपरिक इडली बनाने के लिए, चावल और उड़द दाल दोनों को ताजे पानी से दो बार धोया जाता है और 4 से 5 घंटे के लिए अलग-अलग भिगोया जाता है।
पीसना: फिर दाल (उड़द दाल) का एक चिकना बेटर पीसा जाता है यहाँ पर उरद की दाल को इतना अच्छी तरह से पीसा जाता है की बेटर अच्छी तरह से पूल जाये और चावल को हल्का दानेदार पीसना है चावल का बेटर को एक डैम महीन और चिकना नहीं करना है । दोनों बैटरों को मिलाया जाता है और फरमेंट होने दिया जाता है।
ग्राइंडिंग : बैटर की ग्राइंडिंग, टेबल-टॉप स्टोन वेट-ग्राइंडर या मिक्सर-ग्राइंडर में की जा सकती है। अधिकांश दक्षिण भारतीय परिवारों के पास टेबल टॉप स्टोन ग्राइंडर होता है जिस पर पइसे हुए बेटर से एक दम फूली हुए जैसे सॉफ्ट इडली बनती है स्टोन ग्राइंडर से बड़ी मात्रा में इडली बैटर पीसना ज्यादा अच्छा होता है। स्टोन ग्राइंडर में पीसने का फायदा यह है कि उड़द दाल का बैटर बहुत अच्छी तरह से पीसा जाता है और इस तरह इडली का बैटर भी अच्छी तरह से फरमेंट हो जाता है। मिक्सर-ग्राइंडर कम मात्रा के लिए, के लिए आप मिक्सर-ग्राइंडर का प्रयोग कर सकते है
फर्मेन्टेशन: पिसी हुई दाल और चावल का घोल दोनों अच्छी तरह से मिलाए जाते हैं। फिर बैटर को रात भर या 8 से 9 घंटे या उससे अधिक समय तक फरमेंट करने के लिए रखा जाता है जब तक कि बैटर की मात्रा दोगुनी या तिगुनी न हो जाए । फर्मेन्टेशन काफी हद तक तापमान और जलवायु पर निर्भर करता है। बैटर में अच्छे किण्वन के लिए एक गर्म तापमान अनुकूल होता है। गर्मी के मौसम में जहा बेटर को फरमेंट होने एक लिए ८-९ घंटे लगते है वही सर्दियों के मौसम में १२ घंटे भी लग सकते हैअगर समय कम हो तो आप इडली बेटर में खाने वाला सोडा मिला सकते है लेकिन बहुत कम मात्रा में केवल एक चुटकी भर बस .
स्टीमिंग: इडली को स्टीम करने के लिए विशेष पैन का उपयोग किया जाता है. इस इडली पैन को ब्रश या थोड़े से तेल से चिकना किया जाता है। बैटर को पैन में डाला जाता है और फिर स्टीम किया जाता है। १० से १५ मिनट काफी होते है स्टीम करने के लिए .
तो चलिए देर न करते हुए आज घर पर पारम्परिक विधि से बनाते है रूई जैसे सॉफ्ट फूली फूली इडली . सामग्री इस प्रकार है
Ingredients
Directions
सबसे पहले उरद दाल को अच्छी तरह से ३-४ बार पानी से धो लीजिये. दो गिलास पानी डालकर उरद दाल को फूलने के लिए ३-४ घंटे के लिए भिगो दीजिये.
अगर आप साधारण चावल इस्तेमाल कर रही है तो एक भगोने में दो गिलास पानी को गर्म कीजिये, जब पानी उबलने लगे तो चावल को इस उबलते हुए पानी में डाल दीजिये . गैस बंद कर दीजिये और भगोने को एक प्लेट से ढक दीजिये और ३-४ घंटे के बाद इस स्टीम राइस को पीस लीजिये.
अगर आप इडली राइस का प्रयोग कर रहे है तो भगोने में २ गिलास पानी डालकर इडली राइस डाल दीजिये और ३-४ घंटे के फूलने के लिए रख दीजिये.
1/2 कप चूरा को एक गिलास पानी में भिगो कर रख दीजिये . अगर आप के पास चूरा नहीं है तो एक कटोरी चावल को भी आप ले सकते है
जब उरद दाल अच्छी तरह से फूल जाये तो उसका एक्स्ट्रा पानी निकल कर मिक्सचर ग्राइंडर या वेट ग्राइंडर में एक स्मूथ पेस्ट की तरह बेटर पीस लीजिये . पूरी तरह से पीसे जाने पर बैटर हल्का और फूला हुआ होना चाहिए। जब बेटर पीस जाये तो ऐसे एक बड़े भगोने में निकल लीजिये.
इसी प्रकार चावल और चूरा को आवस्यकता अनुसार पानी डालकर हल्का सा दरदरा पीस लीजिये .इस बेटर को उरद दाल बेटर में मिला दीजिये.
अगर आप इडली रवा प्रयोग कर रही है तो पीसी हुए उरद दाल में इस इडली रवा को मिला दीजिये. आवस्यकता अनुसार पानी डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर दीजिये और फॅर्मेंट होने के लिए रख दीजिये.
बेटर को ८-१० घंटे के के लिए फरमेंट होने दिया जाता है जिससे बेटर फूलकर दो गुना हो जाता है
जब आपको इडली बनाना हो तब बेटर में आवस्यकता के अनुसार नमक मिक्स कर दीजिये . अगर आप ठंडे इलाके में रहते हैं तो नमक न डालें। किण्वन हो जाने के बाद में नमक डालें यदि आप गर्म जलवायु में रहते हैं, तो नमक डालें क्योंकि यह घोल को 6 से 8 घंटे की अवधि में अधिक खमीर नहीं होने देता है। ध्यान दें कि नमक किण्वन प्रक्रिया को धीमा कर देता है।
इडली का बेटर डोसा के बेटर से थोड़ा सा गाढ़ा होता है अगर बेटर ज्यादा गाढ़ा है तो इस समय पर आप थोड़ा सा पानी मिला सकते है.
इडली बर्तन में १ १/२ गिलास पानी डालकर गरम होने दीजिये. अब इडली बनाने वाले सांचे में हल्का सा तेल लगा दीजिये और बेटर इन सांचो में भर दीजिये . सांचो में बेटर थोड़ा सा कम ही भरिये जिससे की बेटर को फूलने के लिए जगह रहे. इडली के सांचो को इडली बर्तन में रखकर उसका ढक्कन बंद कर दीजिये और गैस की फ्लेम तेज कर दीजिये
तेज आंच पर इडली को ५ मिनट तक पकने दीजिये . इस ५ मिनट के अंदर इडली फूल जाती है ५ मिनट के बाद गैस धीमी कर दीजिये . अब इडली को १० मिनट धीमी आंच पर पकने दीजिये
१० मिनट के बाद गैस बंद कर दीजिये इडली के सांचे बाहर निकाल लीजिये और २ -३ मिनट के लिए ऐसे ही ठंडा होने के लिए छोड़ दीजिये फिर इडली निकालिये. तुरंत इडली निकलने पर इडली बर्तन से चिपकी रहती है और आसानी से निकलती नहीं है और अगर निकली भी है तो इडली का कुछ हिस्सा बर्तन से चिपका रहता है.
लीजिये सॉफ्ट , स्पॉन्जी इडली तैयार है इडली निकाल कर प्लेट में रखिये . चटनी और सांभर के साथ इडली परोसिये . कुछ लोग इडली को चटनी पाउडर के साथ खाना पसंद करते है वही कुछ लोग इडली के ऊपर मक्खन या घी लगाकर खाना पसंद करते है सबकी अपनी पसंद है कैसे भी खाइये इडली बच्चे हो या बड़े सभी की हेल्थ के लिए अच्छी है . तो आप भी इस तरिके से अपने घर में इडली बनाइये खिलाइये और तारीफ पाइये .
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राइस इडली रेसिपी इन हिंदी / इडली बनाने की विधि / South Indian Idli Recipe
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Follow The Directions
सबसे पहले उरद दाल को अच्छी तरह से ३-४ बार पानी से धो लीजिये. दो गिलास पानी डालकर उरद दाल को फूलने के लिए ३-४ घंटे के लिए भिगो दीजिये.
अगर आप साधारण चावल इस्तेमाल कर रही है तो एक भगोने में दो गिलास पानी को गर्म कीजिये, जब पानी उबलने लगे तो चावल को इस उबलते हुए पानी में डाल दीजिये . गैस बंद कर दीजिये और भगोने को एक प्लेट से ढक दीजिये और ३-४ घंटे के बाद इस स्टीम राइस को पीस लीजिये.
अगर आप इडली राइस का प्रयोग कर रहे है तो भगोने में २ गिलास पानी डालकर इडली राइस डाल दीजिये और ३-४ घंटे के फूलने के लिए रख दीजिये.
1/2 कप चूरा को एक गिलास पानी में भिगो कर रख दीजिये . अगर आप के पास चूरा नहीं है तो एक कटोरी चावल को भी आप ले सकते है
जब उरद दाल अच्छी तरह से फूल जाये तो उसका एक्स्ट्रा पानी निकल कर मिक्सचर ग्राइंडर या वेट ग्राइंडर में एक स्मूथ पेस्ट की तरह बेटर पीस लीजिये . पूरी तरह से पीसे जाने पर बैटर हल्का और फूला हुआ होना चाहिए। जब बेटर पीस जाये तो ऐसे एक बड़े भगोने में निकल लीजिये.
इसी प्रकार चावल और चूरा को आवस्यकता अनुसार पानी डालकर हल्का सा दरदरा पीस लीजिये .इस बेटर को उरद दाल बेटर में मिला दीजिये.
अगर आप इडली रवा प्रयोग कर रही है तो पीसी हुए उरद दाल में इस इडली रवा को मिला दीजिये. आवस्यकता अनुसार पानी डालकर अच्छी तरह से मिक्स कर दीजिये और फॅर्मेंट होने के लिए रख दीजिये.
बेटर को ८-१० घंटे के के लिए फरमेंट होने दिया जाता है जिससे बेटर फूलकर दो गुना हो जाता है
जब आपको इडली बनाना हो तब बेटर में आवस्यकता के अनुसार नमक मिक्स कर दीजिये . अगर आप ठंडे इलाके में रहते हैं तो नमक न डालें। किण्वन हो जाने के बाद में नमक डालें यदि आप गर्म जलवायु में रहते हैं, तो नमक डालें क्योंकि यह घोल को 6 से 8 घंटे की अवधि में अधिक खमीर नहीं होने देता है। ध्यान दें कि नमक किण्वन प्रक्रिया को धीमा कर देता है।
इडली का बेटर डोसा के बेटर से थोड़ा सा गाढ़ा होता है अगर बेटर ज्यादा गाढ़ा है तो इस समय पर आप थोड़ा सा पानी मिला सकते है.
इडली बर्तन में १ १/२ गिलास पानी डालकर गरम होने दीजिये. अब इडली बनाने वाले सांचे में हल्का सा तेल लगा दीजिये और बेटर इन सांचो में भर दीजिये . सांचो में बेटर थोड़ा सा कम ही भरिये जिससे की बेटर को फूलने के लिए जगह रहे. इडली के सांचो को इडली बर्तन में रखकर उसका ढक्कन बंद कर दीजिये और गैस की फ्लेम तेज कर दीजिये
तेज आंच पर इडली को ५ मिनट तक पकने दीजिये . इस ५ मिनट के अंदर इडली फूल जाती है ५ मिनट के बाद गैस धीमी कर दीजिये . अब इडली को १० मिनट धीमी आंच पर पकने दीजिये
१० मिनट के बाद गैस बंद कर दीजिये इडली के सांचे बाहर निकाल लीजिये और २ -३ मिनट के लिए ऐसे ही ठंडा होने के लिए छोड़ दीजिये फिर इडली निकालिये. तुरंत इडली निकलने पर इडली बर्तन से चिपकी रहती है और आसानी से निकलती नहीं है और अगर निकली भी है तो इडली का कुछ हिस्सा बर्तन से चिपका रहता है.
लीजिये सॉफ्ट , स्पॉन्जी इडली तैयार है इडली निकाल कर प्लेट में रखिये . चटनी और सांभर के साथ इडली परोसिये . कुछ लोग इडली को चटनी पाउडर के साथ खाना पसंद करते है वही कुछ लोग इडली के ऊपर मक्खन या घी लगाकर खाना पसंद करते है सबकी अपनी पसंद है कैसे भी खाइये इडली बच्चे हो या बड़े सभी की हेल्थ के लिए अच्छी है . तो आप भी इस तरिके से अपने घर में इडली बनाइये खिलाइये और तारीफ पाइये .