- May 23, 2023
- by Pratima Maurya
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- Cuisine: South Indian
- Difficulty: Easy
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Prep Time10 mins
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Cook Time20 mins
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Serving4
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कर्नाटक का यह मजिगे हुली(कन्नड़) रेसिपी नारियल और दही पर आधारित करी है। लोग इसे बडे़ ही प्यार से खाते हैं। फटाफट से बनने वाली यह रेसिपी टेस्टी होने के साथ हेअल्थी भी है। यह रेसिपी गर्मियों में ज्यादा पसंद की जाती है।
यहाँ पर मज्जिगे का अर्थ है पतला छाछ और हुली का अर्थ है करी। यह आमतौर पर लौकी, मैंगलोर ककड़ी, कद्दू, बैंगन, रतालू, कच्चा केला, या लौकी जैसी सब्जियों को मिलाकर बनाया जाता है। इनमे से आप कोई भी सब्जी ले सकते है आज की करी लौकी के साथ है जिसे कन्नड़ भाषा में सोरेकाई कहते हैं। इसलिए यह सोरेकाई मज्जिगे हुली है। यह करी हल्की मसालेदार और पेट के लिए बहुत हल्की होती है।इसके लिए खट्टा दही का उपयोग करने की सलाह दूंगी। दही को अंत में डाले जाने के बाद उबालें, ज्यादा न पकाएं। बस धीमी आंच पर उबाल आने तक पकाएं, तुरंत गैस बंद कर दें।
जब भी आप दाल या सांबर या मसालेदार खा कर के ऊब जाते है, तो मज्जिगे हुली /कढ़ी (हिंदी) बना सकते है। इस रेसिपी को बनाने के लिए फ्रेस मसाला तैयार किया जाता है और चावल, रोटी या खिचड़ी के साथ से खाया जाता है। क्योकि यह रेसिपी दही से बनी है इसलिए पाचन में भी मदद करती है और गले से संबंधित समस्याओं से पीड़ित होने पर आराम देती है। मज्जिगे हुली बनाने में बहुत आसान है, इसमें मुश्किल से 20-30 मिनट लगते हैं और रेसिपी बन के तैयार हो जाती है।
तो चलिए आज बनाते कर्नाटक की स्पेशल सोरेकाई मज्जिगे हुली। सामग्री इस प्रकार है:-
Ingredients
करी बनाने की सामग्री
मसाला बनाने की सामग्री
Directions
२ चम्मच चना दाल को १/२ गिलास पानी डालकर एक घंटे के लिए भिगो दीजिये जिससे चना दाल अच्छी तरह से फूल जाये। दाल का एक्स्ट्रा पानी निकाल कर एक तरफ रख दीजिये।
लौकी का छिलका उतार कर एक इंच के बड़े बड़े टुकड़ो में काट लीजिये।
लौकी को एक भगोने में एक गिलास पानी डालकर 10 मिनट तक मध्यम आंच पर पकने दीजिये। लौकी चाकू से काटने पर आसानी से कट जाये तब तक पकाइये।
जब तक लौकी पक रही है तब तक मज्जिगे हुली के लिए मसाला तैयार करते है। इसके लिए एक कड़ाही में एक चम्मच तेल डालकर १ चम्मच धनिया , एक चम्मच जीरा, १/२ चम्मच सरसो , ५-६ हरी मिर्च, करि पत्ता और एक इंच टुकड़े किया हुआ अदरक डाले। इन सभी सामग्री को कड़ाही में डालकर धीमी आंच पर ५ मिनट तक भून लीजिये जिससे मसालों का कच्चापन निकल जाये।
५ मिनट के बाद भिगोया हुआ चना डालिये और चना को अच्छी तरह २-३ मिनट तक मध्यम आंच पर लगातार चलाते हुए भून लीजिये।
कद्दूकस किया हुआ १/२ नारियल कड़ाही में डालकर में डालकर २ मिनट तक भूनिये।
इन सभी सामग्री को मिक्सी जार में डालिये, पानी डालकर एक महीन पेस्ट तैयार कर लीजिये।
लौकी के पक जाने के बाद उसका एक्स्ट्रा पानी निकाल दीजिये। पकी हुई लौकी को कड़ाही में डालिये।
ऊपर से पिसा हुआ मसाला डालिये।
आवस्यकता अनुसार पानी और नमक डालिये। हींग का पानी डालिये और ५-१० मिनट तक तेज से मध्यम आंच पर पकने दीजिये जिससे की ग्रेवी का कच्चापन निकल जाये और ग्रेवी थोड़ा सा गाढ़ी हो जाये। बीच बीच में ग्रेवी को कलछुल से चलाते भी रहे अन्यथा ग्रेवी नीचे तली में पकड़ लेगी। गैस धीमी कर दे।
१० मिनट के बाद २५० ग्राम दही को अच्छी तरह से फेंट लीजिये। आंच धीमी रखिये दही धीरे धीरे डालिये ग्रेवी को कलछुल से चलाते भी रहे अन्यथा दही फट जायेगा।
ग्रेवी में एक उबाल आने दीजिये और गैस बंद कर दीजिये। दही डालने के बाद बहुत ज्यादा नहीं पकाना है।
अब तड़का तैयार कर लेते है इसके लिए तड़का पैन में २ चम्मच घी डालकर सरसो और जीरा डालिये और तड़कने दीजिये
बैज मिर्च, करीपत्ता डालिये १० सेकंड तक पकने दीजिये। इस तड़के को मज्जिगे हुली में डालकर मिक्स कीजिए।
लीजिये तैयार है कर्नाटक स्पेशल मज्जिगे हुली। इसे आप चावल, रोटी या खिचड़ी के साथ खा सकते है। गर्मागर्म चावल और मज्जिगे हुली सच मानिये खाने का मजा ही आ जायेगा। आप भी इस रेसिपी को एक बार बनाइये और खाइये। आप इस रेसिपी को जरूर पसंद करेंगे।
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Ingredients
करी बनाने की सामग्री
मसाला बनाने की सामग्री
Follow The Directions
२ चम्मच चना दाल को १/२ गिलास पानी डालकर एक घंटे के लिए भिगो दीजिये जिससे चना दाल अच्छी तरह से फूल जाये। दाल का एक्स्ट्रा पानी निकाल कर एक तरफ रख दीजिये।
लौकी का छिलका उतार कर एक इंच के बड़े बड़े टुकड़ो में काट लीजिये।
लौकी को एक भगोने में एक गिलास पानी डालकर 10 मिनट तक मध्यम आंच पर पकने दीजिये। लौकी चाकू से काटने पर आसानी से कट जाये तब तक पकाइये।
जब तक लौकी पक रही है तब तक मज्जिगे हुली के लिए मसाला तैयार करते है। इसके लिए एक कड़ाही में एक चम्मच तेल डालकर १ चम्मच धनिया , एक चम्मच जीरा, १/२ चम्मच सरसो , ५-६ हरी मिर्च, करि पत्ता और एक इंच टुकड़े किया हुआ अदरक डाले। इन सभी सामग्री को कड़ाही में डालकर धीमी आंच पर ५ मिनट तक भून लीजिये जिससे मसालों का कच्चापन निकल जाये।
५ मिनट के बाद भिगोया हुआ चना डालिये और चना को अच्छी तरह २-३ मिनट तक मध्यम आंच पर लगातार चलाते हुए भून लीजिये।
कद्दूकस किया हुआ १/२ नारियल कड़ाही में डालकर में डालकर २ मिनट तक भूनिये।
इन सभी सामग्री को मिक्सी जार में डालिये, पानी डालकर एक महीन पेस्ट तैयार कर लीजिये।
लौकी के पक जाने के बाद उसका एक्स्ट्रा पानी निकाल दीजिये। पकी हुई लौकी को कड़ाही में डालिये।
ऊपर से पिसा हुआ मसाला डालिये।
आवस्यकता अनुसार पानी और नमक डालिये। हींग का पानी डालिये और ५-१० मिनट तक तेज से मध्यम आंच पर पकने दीजिये जिससे की ग्रेवी का कच्चापन निकल जाये और ग्रेवी थोड़ा सा गाढ़ी हो जाये। बीच बीच में ग्रेवी को कलछुल से चलाते भी रहे अन्यथा ग्रेवी नीचे तली में पकड़ लेगी। गैस धीमी कर दे।
१० मिनट के बाद २५० ग्राम दही को अच्छी तरह से फेंट लीजिये। आंच धीमी रखिये दही धीरे धीरे डालिये ग्रेवी को कलछुल से चलाते भी रहे अन्यथा दही फट जायेगा।
ग्रेवी में एक उबाल आने दीजिये और गैस बंद कर दीजिये। दही डालने के बाद बहुत ज्यादा नहीं पकाना है।
अब तड़का तैयार कर लेते है इसके लिए तड़का पैन में २ चम्मच घी डालकर सरसो और जीरा डालिये और तड़कने दीजिये
बैज मिर्च, करीपत्ता डालिये १० सेकंड तक पकने दीजिये। इस तड़के को मज्जिगे हुली में डालकर मिक्स कीजिए।
लीजिये तैयार है कर्नाटक स्पेशल मज्जिगे हुली। इसे आप चावल, रोटी या खिचड़ी के साथ खा सकते है। गर्मागर्म चावल और मज्जिगे हुली सच मानिये खाने का मजा ही आ जायेगा। आप भी इस रेसिपी को एक बार बनाइये और खाइये। आप इस रेसिपी को जरूर पसंद करेंगे।