आजकल इस भागती दौड़ती तनाव भरी जिंदगी में लोगो के पास समय से खाना खाने ,आराम करने और सोने के लिए वक्त ही नहीं है। इस अनियमितता का असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है और कई बीमारिया पैदा हो जाती है। जिसमे डायबिटिक भी एक है जिसकी मुख्या वजह हमारी ख़राब लाइफ स्टाइल और तनाव है यह ऐसी बीमारी है जो धीरे धीरे हमारे शरीर के अन्य भागो को प्रभावित करना शुरू कर देती है। इसीलिए डायबिटीज को साइलेंट किलर (Silent Killer) भी कहा जाता है। डायबिटीज धीरे धीरे आंखों (Eye), किडनी (kidney), लिवर (Liver), हार्ट (Heart) और पैरों प्रभावित करने लगता है. पहले उम्रदराज लोगो को डायबिटीज होता था, लेकिन अब छोटे छोटे बच्चों में भी डायबिटीज (Diabetes in Kids) की समस्या देखने को मिल रही है।
डायबिटीज दो प्रकार की होती है टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज . इसमें टाइप-1 डायबिटीज वंशानुगत हो सकता है, तो वहीं टाइप-2 डायबिटीज की बड़ी वजह अनियमित जीवनशैली को माना जाता है।अगर आपके परिवार में माता-पिता, दादा-दादी में से किसी को डायबिटीज है तो परिवार के किसी भी सदस्य को टाइप-1 डायबिटीज होने का खतरा हो सकता है।
टाइप -२ डायबिटीज में शरीर या तो इंसुलिन बनता नहीं है या उसका सही से उपयोग नहीं कर पाता है यह डायबिटीज किसी भी उम्र में हो सकती है। ज्यादातर उम्रदराज लोगो मे ये बीमारी देखने को मिलती है ।
डायबिटीज व्यक्ति को हेल्थ से जुड़ी तमाम समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें से मोटापा, ब्लड प्रेशर, सूजन, आंखों की बीमारी, स्ट्रोक का जोखिम आदि शामिल हैं। इसलिए, अधिकांश लोगों को दवाओं पर रखा जाता है और जीवनशैली में बदलाव करने के लिए कहा जाता है, जिसमें आहार और व्यायाम शामिल हैं । यदि अपने आहार में कुछ छोटे-बड़े परिर्वतन कर लिए जाएं, तो टाइप -2 मधुमेह को काफी हद कण्ट्रोल किया जा सकता है।
डायबिटीज पेशेंट को अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए। जैसे कि सुबह के नाश्ता, दोपहर का खाना और रात में डिनर में वो क्या खाएं । दरअसल, ब्लड शुगर लेवल आपके खानपान पर सबसे ज्यादा आधारित होता है। मधुमेह से पीड़ित लोग सब कुछ नहीं खा सकते। इस बीमारी से ग्रस्त लोगों को कुछ भी खाते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वो जो भी खा रहे हैं उससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ न जाए। इसलिए इस बीमारी से ग्रस्त लोगों के लिए कुछ चीजों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इन चीजों को ध्यान रखकर ही डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है। आइये जानते है की डायबिटीज रोगियों को क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए।
डायबिटीज रोगियों को क्या खाना चाहिए :- हम जो भी खाते है उसका सीधा असर ब्लड शुगर लेवल पर पड़ता है ऐसे में डायबिटीज रोगियों को अपने आहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए इसलिए इस तरह की फल और सब्जियों का चुनाव करे जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहे। मधुमेह के मरीज थोड़े-थोड़े अंतराल में भोजन करें, क्योंकि एक साथ बहुत सारा खाना खाने से रक्त में शुगर का स्तर बहुत तेजी से बढ़ता है। दिनभर के भोजन को पाँच हिस्सों में बाँट लें तथा हर बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाएँ। आइये जानते है एक मधुमेह के मरीज को क्या खाना चाहिए।
१. सब्जियों में करेला, मेथी, सहजन, पालक, तुरई, शलगम, बैंगन, टिंडा, चौलाई, परवल, लौकी, मूली, फूलगोभी, बोकली, टमाटर, बंदगोभी, सोयाबीन की बड़ी, काला चना, बीन्स, शिमला मिर्च, हरी पत्तेदार सब्जियाँ आहार में शामिल करें। इनसे बने सूप का भी सेवन करें। सब्जियों को ज्यादा मात्रा में सेवन करे. और कोशिश करे की सब्जियों को बनाते समय कम से कम तेल का इस्तेमाल करे।
२. फलो में सेब, संतरा, आड़ू, अमरुद , कीवी और पपीता ज्यादा फायदेमंद होते है इनका सेवन किया जा सकता है।
३. कमजोरी दूर करने के लिए कच्चा नारियल, अखरोट, मूंगफली के दाने, काजू, इसबगोल, सोयाबीन, दही और छाछ आदि का सेवन करें।
४. नाश्ते में अंकुरित अनाज , बिना मलाई वाला दूध , दलिया, गेहु के फ्लेक्स और ब्राउन ब्रेड का सेवन कर सकते है।
५. ग्रीन टी का सेवन डायबिटीज के रोगी के लिए बहुत लाभदायक है। इसमें मौजूद एंटिऑक्सिडेंट व्यक्ति को स्वस्थ रखते है। ग्रीन टी हो या काली चाय दोनों का ही सेवन बिना दूध और चीनी के करना चाहिए। चीनी के जगह पर गुड़ का इस्तेमाल करे ।
६. मधुमेह रोगी का आहार ज्यादा फाइबर युक्त होना चाहिए जैसे ज्यादा चोकर वाली गेहू की रोटी, जौ,बाजरे, रागी आदि की रोटी खानी चाहिए।
7. सलाद का सेवन करना चाहिए।
डायबिटीज रोगियों को क्या नहीं खाना चाहिए :- डायबिटीज के मरीजों के लिए खानपान में परहेज रखना सबसे ज्यादा ज़रुरी है। उचित परहेज और व्यायाम की मदद से आप काफी हद तक डायबिटीज को नियंत्रित कर सकते हैं। आइये जानते हैं किन चीजों के सेवन से परहेज करना चाहिए।
१. कुछ फल जिसमे शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। वह फल डायबिटीज रोगियों को नहीं खाने चाहिए जैसे -अंगूर, चेरी, अनानास, केला, सूखे मेवे और मीठे फलों का जूस भी नहीं लेना चाहिए।
२.डायबिटीज के रोगी को जूस नहीं लेना चाहिए। जूस की जगह फल का सेवन करें।
3 . आलू, शकरकंद, आम, अंगूर, खजूर, केला, चुकंदर और गाजर का सेवन न करे।
4. मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए विशेषकर रेड मीट का सेवन तो बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
5. ज्यादा तेल और घी युक्त भोजन से बचे . जंक फ़ूड न खाये . मिठाइयां न खाये ।
डायबिटीज मरीज की जीवनशैली :- डायबिटीज के मरीजों को खानपान के साथ-साथ जीवनशैली पर विशेष ध्यान देना चाहिए। खराब जीवनशैली से शुगर की समस्या और बढ़ सकती है। रोजाना सुबह आधा घंटा ज़रूर टहलें। प्रतिदिन सुबह और शाम को कुछ देर व्यायाम करें। प्रतिदिन योग एवं प्राणायाम करें। तनावमुक्त जीवन जिएं। शराब और धूम्रपान से परहेज करें।
यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। लेख पसंद आया हो तो इसे शेयर जरूर करे . पूरा लेख पड़ने के लिए आपका धन्यवाद्।